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संसार में निर्वाण (Paper Back)




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Book Details

Author Osho
Publication Penguin India
Language Hindi
Category Spirituality
Pages 382
Dimension 21.5 x 14 x 2.5 cm
Weight 240 gm
ISBN 9780143459583
About Book बुद्ध के इन वचनों को अपने विचारों की भीड़ से दूर रख कर समझने की कोशिश करना। इन्हीं वचनों के कारण पूरा भारत बुद्ध से वंचित हुआ है। बुद्ध भारत में जन्मे और भारत के न रह गए। ऐसा अनूठा अवसर इस देश ने गंवाया है कि उसे भर पाने का कोई उपाय नहीं है। सारे एशिया पर बुद्ध का सूरज उगा, सिर्फ भारत में, जहाँ वे पैदा हुए थे, वहाँ अस्त हो गया।
भारत क्यों वंचित हुआ बुद्ध को समझने से? भारत के पास बड़ी बंधी हुई धारणाएँ हैं धर्म की, श्रद्धा की। बुद्ध ने सब धारणाएँ छिन्न-भिन्न कर दीं। काश, हम उन्हें समझ लेते तो भारत की यह लंबी रात कभी की टूट गई होती!

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