Book Details
Author | Gurucharan Das |
Co-author | Manohar Notani |
Publication | Penguin India |
Language | Hindi |
Edition | First |
Category | Spirituality |
Pages | 316 |
Dimension | 20 x 14 x 4 cm |
Weight | 300 gm |
ISBN | 9780143416425 |
About Book | अच्छे क्यों बनें? धर्म का मतलब आखिर क्या है? कैसे लाएं इसे व्यवहार में और कैसा हो इसका प्रभाव? अपनी पुस्तक अच्छाई की कठिनाई में गुरुचरण दास द्वारा महाभारत में अंतर्निहित ऐसी दुविधाओं और अस्पष्ट प्रश्नों की उत्कृष्ट व्याख्या करते हुए अपने समय की दुविधा की अवसरवादी नैतिकता से दो-चार होने में हमारी सहायता करती हैं. यह विडंबना ही है कि वर्तमान दुनिया में इस महाकाव्य की दुनिया से मिलती-जुलती दिखाई पडती है.....इस पुस्तक की प्रशंसा करते हुए एन आर नारायण मूर्ति ने कहा है की - जीवन की नैतिक दुनिधाओं को हल करने के लिए जरुर पढें....तो नंदन नीलेकनीने कहा हैं कि - सदाबहार दार्शनिक महाकाव्य महाभारत को आज के समाज से जोडने वाली एक बेमिसाल कृति..... |